Shri Ram mandir Ayodhya opening
Shri Ram mandir Ayodhya opening : भारत में एक लंबे अरसे से चल रही सियासती जंग के बाद अब भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है 2.7 एकड़ के क्षेत्र में विस्तृत इस विशाल मंदिर के गर्भ गृह का कार्य लगभग समाप्त होने को है जिसके बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनवरी माह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में विवादित स्थल पर अपना बयान देकर इस जगह को रामलला मंदिर हेतु आरक्षित कर दिया था। भगवान श्री राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट को 2.7 एकड़ की जमीन सौंपी गई जबकि मुस्लिम समुदाय को मस्जिद निर्माण हेतु 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र प्रदान किया गया था।
लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए भारतीय सरकार तेजी से मंदिर निर्माण कार्य में जुटी हुई है चुनाव से पहले किसी भी परिस्थिति में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए दिसंबर 2023 से पहले मंदिर का निर्माण आवश्यक है इस कारण से केंद्र और राज्य सरकार मिलकर मंदिर निर्माण कार्य में लगी है।

प्राण प्रतिष्ठा –
Shri Ram mandir Ayodhya opening : मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि- “अगले वर्ष 2024 में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का शुभ कार्य संपन्न किया जाएगा इस दौरान मंदिर प्रांगण में काफी भीड़ होने का अनुमान है अतः मैं आपसे निवेदन करता हूं कि आप सभी घर बैठकर मोबाइल, टेलीविजन के माध्यम से इस शुभ कार्य का आनंद लें और आशीर्वाद प्राप्त करें। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा की तिथि को लेकर अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय से कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं आया है PMO द्वारा जानकारी मिलते ही भक्तों को सूचित कर दिया जाएगा। ”
अयोध्या में बन रहे मुख्य मंदिर की लंबाई 268 फीट व चौड़ाई 140 फिट रहेगी। देवालय में चार प्रवेश द्वार रहेंगे जिनमें से पहला द्वार राजा दशरथ के महल की ओर, दूसरा द्वारा श्री क्षीरेश्वर नाथ मंदिर की ओर, तीसरा द्वार गोकुल भवन और चौथा द्वार टेढ़ी बाजार की ओर होगा।

विशेषता –
मंदिर परिसर में प्रतिदिन श्री राम कथा का आयोजन और भंडारे किए जाएंगे परिसर में प्रभु के जीवन चरित्र को 125 कांस्य की मूर्तियों में उतारा जाएगा इनमें से कुछ कलाकृतियां ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) को खुदाई के दौरान मिली और कुछ मूर्तियां भूमि पूजन एवं मंदिर निर्माण कार्य करते समय प्राप्त हुई है। गर्भगृह में लगने वाले दरवाजे को सोने से मढ़ा जा रहा है जिसका कार्य लगभग पूरा होने में है। देवालय में गौशाला, वेधशाला और धर्मशाला का निर्माण भी जारी है।
लागत –
मंदिर की वास्तुकला पर समिति सदस्य ने कहा कि- इसके निर्माण में लोहे का उपयोग नहीं किया गया है पत्थर के टुकड़ों को तांबे के सहारे से जोड़ा गया है उन्होंने कहा मुख्य मंदिर का क्षेत्र 2.5 एकड़ का है पर इसमें परिक्रमा पथ को शामिल कर लिया जाए तो परिसर क्षेत्र लगभग 8 एकड़ का हो जाता है इस मंदिर के निर्माण में अब तक 900 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं जबकि सम्पूर्ण निर्माण तक लगभग 1800 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है।
आमंत्रण –
प्राण प्रतिष्ठा के लिए विश्व हिंदू परिषद को आमंत्रित किया जाएगा इस समारोह को संपन्न करने के उद्देश्य से 10000 लोगों की प्रारंभिक सूची तैयार कर ली गई है जिसमें देश-विदेश के साधु-मंहत एवं लोग शामिल है। प्राण प्रतिष्ठा के समय महंतों की भीड़ मुख्य रूप से नजर आने वाली है। अभिषेक समारोह के बाद आने वाले भक्तों को दर्शन के लिए 15 से 20 सेकंड का समय दिया जाएगा इसके बाद वे प्रांगण में बैठकर समग्र अनुभव से संतुष्ट हो सकेंगे।

Shri Ram mandir Ayodhya opening : मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने बताया कि अयोध्या में तीन मंजिला राम मंदिर के गर्भ ग्रह का निर्माण कार्य दिसंबर महीने में पूरा कर लिया जाएगा। “अयोध्या नगरी जिसके कण-कण में राम बसे हैं, जहां की वाणी अमृत से भी मीठी है, जहां सरयू भी प्रभु का गुणगान करती है ऐसी प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में भक्तों के लिए खुशखबरी सामने आई है।” यहां बन रहे दिव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी।
मंदिर से जुड़ा एक अनोखा प्रोजेक्ट –
मिश्रा ने यह भी कहा कि श्री राम मंदिर से संबंधित एक अनोखे प्रोजेक्ट पर बेंगलुरु में काम चल रहा है वैज्ञानिकों की देखरेख में एक ऐसे तंत्र पर काम किया जा रहा है कि मंदिर के तीन मंजिला विशाल होने के बावजूद प्रतिवर्ष रामनवमी के अवसर पर कुछ पल के लिए प्रभु श्री राम के माथे पर सूर्य किरणें पड़ेगी। केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की और पुणे स्थित एक संस्थान ने मिलकर इस प्रोजेक्ट के लिए कंप्यूटरीकृत सिस्टम तैयार किया है।

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