भारत रत्न सम्मान देने की प्रथा वर्ष 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने शुरू की थी।
अब तक कुल 48 लोगों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है जिसमें 3 विदेशी नागरिक भी शामिल है।
पहले यह सम्मान जीवित व्यक्ति को ही मिलता था पर 1955 से मरणोपरांत भी दिया जाने लगा।
सचिन तेंदुलकर एकमात्र खिलाड़ी है जो भारत रत्न से सम्मानित हुए व सबसे कम उम्र में यह खिताब हासिल किया।
पहला भारत रत्न चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकट रमन को दिया गया था।
मदर टेरेसा, गफ्फार खान और नेल्सन मंडेला ऐसे विदेशी नागरिक है, जिन्हे भारत रत्न मिला हो।
देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वर्ष में अधिकतम 3 लोगों को ही दिया जा सकता है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस एकमात्र ऐसे व्यक्ति है जिनसे मरणोपरांत भारत रत्न का सम्मान वापस ले लिया गया था।
अंतिम बार यह पुरुष्कार 26 जनवरी 2019 के दिन भूपेन हजारिका, नानाजी देशमुख व प्रणव मुखर्जी को दिया गया।
भारत सरकार के नागरिक सम्मानों में भारत रत्न के बाद क्रमशः पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री शामिल है।
भारत में रहकर कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा
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