भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर छतरपुर जिले के खजुराहो में स्थित है।

मतंगेश्वर महादेव मंदिर के शिवलिंग की लंबाई प्रतिवर्ष कार्तिक माह की शरद पूर्णिमा के दिन 1 इंच तक बढ़ती है।

शिवलिंग की ऊंचाई नापने के लिए पर्यटन विभाग के सदस्य नियमित रूप से मेजरमेंट टेप का भी प्रयोग करते हैं।

 8 फीट ऊंचे इस शिवलिंग की लंबाई जमीन के अंदर व बाहर दोनों तरफ बढ़ती है।

मृत्युंजय महादेव नाम से प्रसिद्ध यह शिवलिंग वर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है।

हजारों साल पुराना यह देवालय अपने स्थापत्य कला हेतु विश्व प्रसिद्ध है। 

यूनेस्को ने इसे वैश्विक धरोहर सूची में शामिल किया है।

इस मंदिर का निर्माण चंदेल शासको ने 900 ईस्वी में कराया था। निर्माण के समय बने 85 मंदिरों में से 25 मंदिर ही शेष रह गए हैं।

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