दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण कम करने के लिए कृत्रिम वर्षा के संबंध में IIT कानपुर की टीम के साथ बैठक की।

कानपुर 2017 से कृत्रिम वर्षा पर काम कर रही थी 5 वर्षों की लगातार मेहनत के बाद जून 2023 में उन्हें इस क्षेत्र में सफलता मिली।

माना जा रहा है कि दिल्ली में मानसून खत्म होने के बाद से बारिश नहीं हुई, जिसका हवा प्रदूषित हो गई है।

दिल्ली सरकार के अनुसार इस स्थिति में में क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम वर्षा करवा के वातावरण को रहने योग्य बनाया जा सकता है।

क्लाउड सीडिंग में छोटे विमान का उपयोग करके बादल में कई प्रकार के केमिकल छोड़े जाते हैं जिससे पानी की बूंद बनाकर बारिश होने लगती है।

अमेरिका, रूस, जापान और चीन जैसे देश पहले भी कई बार इस तकनीक का उपयोग करके आर्टिफिशियल बारिश कर चुके हैं।

वर्ष 2022 में संयुक्त अरब अमीरात में अधिक केमिकल का उपयोग करने से इतनी तेज बारिश हुई थी कि वहां बाढ़ जैसे हालात बन गए थे।

 इसी तरह अब दिल्ली की सरकार भी 21 22 नवंबर को क्लाउड सीडिंग के माध्यम से बारिश कराने का निर्णय ले सकती है

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