“NCERT news update”
मीडिया खबरों के अनुसार NCERT ने NSTC के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिसके बाद अब स्कूल की पुस्तकों में इंडिया के स्थान पर भारत नाम देखने को मिलेगा। NSTC ने इस नाम भारत नाम के अतिरिक्त और भी कई मुद्दों पर एनसीआरटी से सिफारिश की है जिनकी चर्चा हम आगे करेंगे।
NCERT news update : NCERT 2020 में आई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति (NEP) के अनुसार अपने पाठ्यक्रमों के संशोधन में लगा हुआ है जिसके लिए एक 19 सदस्यीय समिति नेशनल सिलेबस एंड टीचिंग लर्निंग मटेरियल कमेटी NSTC गठित की गई है इसमें ICHR अध्यक्ष रघुवेन्द्र तंजर, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर वंदना मिश्रा व हरियाणा की समाजशास्त्र शिक्षक ममता यादव शामिल है।
एनसीईआरटी की पुस्तकों को संशोधित करते हुए NSTC ने सिफारिश की है कि पुस्तकों में इंडिया नाम को बदलकर भारत कर देना चाहिए इस संबंध में एनसीटीसी अध्यक्ष CR आइजेक ने बात करते हुए कहा कि इंडिया विदेशियों द्वारा दिया गया है जबकि भारत का वर्णन 7000 वर्ष पुराने विष्णु पुराण में मिलता है।
NCERT news update : एसटीसी अध्यक्ष ने भारत नाम के अतिरिक्त प्राचीन भारत के स्थान पर शास्त्रीय इतिहास पढ़ाने को लेकर भी सर्वसम्मति से सिफारिश की है उन्होंने बताया कि अभी किताबों में सिर्फ हमारी असफलताओं के बारे में जिक्र किया गया है यह नहीं बताया गया कि हमने कैसे मुगलों और सुल्तान से जीत हासिल की थी। किताबों में बताया गया कि मोहम्मद गौरी ने भारत पर आक्रमण किया पर इस बात का जिक्र बहुत कम जगह किया गया है कि वापस जाने से पहले उसे कोकरी जाती द्वारा मार दिया गया था।
आइजेक ने आगे कहा अंग्रेजों ने भारतीय इतिहास को प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में बांट दिया प्राचीन इतिहास बताता है कि देश अंधेरे में था उसमें वैज्ञानिक जागरूकता नहीं थी अतः हमारा सुझाव है कि बच्चों को मध्यकालीन व आधुनिक इतिहास के साथ-साथ शास्त्रीय इतिहास भी पढ़ना चाहिए और स्कूल कॉलेज में भारतीय शिक्षण प्रणाली को पुनर्स्थापित किया जाना चाहिए।
इंडिया बनाम भारत का मुद्दा-
दरअसल यह मुद्दा g20 की मेजबानी करते समय शुरू हुआ। राष्ट्रपति भवन द्वारा भेजे गए आमंत्रण में प्रेसिडेंट ऑफ भारत का जिक्र किया गया था जिसके बाद से ही यह चर्चा में आ गया दूसरी ओर विपक्ष ने भी तत्कालीन सरकार के विरोध में अपने गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. (नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव एलाइंस) रख लिया था तब से ही दोनों पक्ष की इस विषय में तीखी बहस चल रही है।
भारत शब्द की उत्पत्ति पौराणिक काल में भारत नाम के कई प्रमाण मिलते हैं राजा दशरथ के पुत्र और श्री राम के छोटे भाई भरत एक चक्रवर्ती राजा थे। महाभारत में उन्हें 16 सर्वश्रेष्ठ राजाओं में से एक बताया गया है तब से यह उनके नाम पर मातृभूमि का नाम भारत रखा गया। इसके अतिरिक्त एक जन श्रुति यह भी है कि राजा दुष्यंत के पुत्र भारत जो एक महान शक्तिशाली राजा हुए उन्होंने सभी देशों में अपने क्षेत्र को विस्तृत किया इसके बाद उनके नाम पर ही देश का नाम भारत रखा गया इन तथ्यों की पुष्टि एतरेय ब्राह्मण व पुराणों से भी प्राप्त हुई है।
NSTC की सिफारिश पर एनसीईआरटी का जवाब-
NCERT news update : NSTC की सिफारिश पर एनसीईआरटी अध्यक्ष दिनेश सकलानी ने कहा कि मीडिया में चल रही है खबरें पूर्णतः गलत है एनसीईआरटी ने अभी ऐसी किसी भी प्रकार की सिफारिश को मंजूरी नहीं दिया पर NSTC के द्वारा की गई सिफारिश को खारिज भी नहीं किया गया है गौरतलब है कि उन पर अभी विचार चल रहे हैं इसके बाद एनसीईआरटी के ऑफिशियल अकाउंट से एक पर पोस्ट करते हुए लिखा गया कि-
“एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों में इण्डिया को भारत के रूप में उल्लेखित करने की सिफारिश पर गहमा-गहमी का जवाब- एनसीईआरटी की सभी पाठ्यपुस्तकों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की मीडिया में चल रही खबरों पर एनसीईआरटी का कहना है कि, चूंकि एनसीईआरटी नए पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तकें विकास की प्रक्रिया में संलिप्त है और इस उद्देश्य के लिए एनसीईआरटी द्वारा संबंधित विषय विशेषज्ञों के विभिन्न पाठ्यचर्या क्षेत्र समूहों को अधिसूचित किया जा रहा है।अतः, संबंधित मुद्दे पर मीडिया में चल रही खबरों पर किसी भी प्रकार कि टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी।”
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Excellent,Now Bharat connection in word’s will make patriotism more eminent .